अज्ञानता में छिपी समझदारी हमें नए रास्ते खोजने और खुद को बेहतर समझने का मौका देती है।
अज्ञानता में छिपी समझदारी हमें नए रास्ते खोजने और खुद को बेहतर समझने का मौका देती है।
प्रकृति की सरलता और हमारे दिखावे के बीच के अंतर पर एक टिप्पणी। साधारण ज़रूरतों को अनावश्यक जटिलता में बदलने की हमारी आदत पर एक नज़र।
बचपन में चॉकलेट का स्वाद खास था, क्योंकि वह कमी और लालसा से जुड़ा था। अब जब फ्रिज भरा है, स्वाद तो है, लेकिन वो खुशी कहीं खो गई है।