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झूठ सही

झूठ सही

तेरा आना जाना झूठ सही, ये सारा फसाना झूठ सही,
बाकी है तू मुझमें थोड़ा सा, संग ना रह पाना झूठ सही।

जंगल के कटीले फूलों से, मैने खिलना बिखरना सीखा है,
यूं बारिश में खुश्बू का मेरी, फीका पड़ जाना झूठ सही।

उम्मीद की थोड़ी परछाई, जिन्दा है चाहे जो भी हो,
यूं दुनिया दिखावे की ख़ातिर, मेरा खुद को हराना झूठ सही।

हाँ झूठ सही ये अश्क मेरे, मेरा हंसना - गाना झूठ सही,
तेरा आना जाना झूठ सही, ये सारा फसाना झूठ सही।